मजदूरों पर गुजरात पुलिस के द्वारा बार-बार लाठीचार्ज और आंसू गैस के गोले छोड़ना मानवता तथा इंसानियत के खिलाफ है -एजाज़ अहमद

पटना 18 मई 2020 : जन अधिकार पार्टी लोकतांत्रिक के राष्ट्रीय प्रधान महासचिव एजाज अहमद ने गुजरात के सूरत में उत्तर प्रदेश तथा बिहार के मजदूरों के घर जाने की मांग कर रहे लोगो के ऊपर पुलिस के द्वारा बार-बार लाठीचार्ज, आंसू गैस के गोले छोड़े की घटना की तीव्र शब्दों में निंदा करते हुए इसे मानवता तथा इंसानियत को शर्मसार करने वाली घटना बताया ।
इन्होंने ने कहा कि अफसोस की बात है, कि एक ओर जहां विदेशों से बंदे यात्रा के माध्यम से स-सम्मान लोगों को विमानों से लाया जा रहा है ,वहीं दूसरी ओर गरीब मजदूरों को डंडे मारकर उन्हें अपने गांव भी जाने नहीं दिया जा रहा है यह कहां का न्याय है और यह कैसी सरकार की कराड है । जबकि दूसरी ओर गुजरात में गरीब मजदूरों को ना तो उनके रहने की व्यवस्था की है और ना ही खाने की व्यवस्था है, और जब यह मजदूर अपने घर वापसी की मांग करते हैं तो इन्हें पुलिस के द्वारा पिटवाने तथा प्रताड़ित करने का घृणित कार्य गुजरात की रुपाणी सरकार करती है । ऐसा लग रहा है कि देश में सिर्फ हवाई जहाज से आने वालों के रहने और लग्जरी जीवन जीने का अधिकार मिला हुआ है और दूसरी तरफ गरीबों एवं मजदूरो को लाठी और आंसू गैस के गोले खाने का अधिकार दे दिया गया है, यह सरासर अन्याय है और ऐसी घटनाएं इस बात का संकेत देती है कि देश के लोगों के साथ भेदभाव की नीति अपनाई जा रही है ,जो कहीं से भी उचित नहीं है । एक ओर जहां पूरा देश कोरोना संकट से जूझ रहा है वहीं दूसरी ओर केंद्र सरकार के द्वारा मजदूरों के साथ दोहरा रवैया अपनाया जा रहा है जिस कारण मजदूरों में बेचैनी देखी जा रही है जहां एक ओर संबंधित राज्य सरकार की ओर से उनके रहने और खाने की व्यवस्था नहीं की जा रही है वहीं दूसरी ओर उनके राज्यों में वापस जाने के लिए भी रेलवे के द्वारा कोई उचित व्यवस्था नहीं की जा रही है ।और दिन प्रतिदिन भारत सरकार के द्वारा नए-नए गाइडलाइन लाए जा रहे हैं जहां एक और मदिरालय को खुली छूट दे दी गई है वही मजदूरों के लिए रैन बसेरा तक की व्यवस्था नहीं है, यह कहां का न्याय है। क्या ऐसे संकट के समय में भी राज्यों के साथ भेदभाव की नीति अपनाई जाएगी यह बात समझ से परे है ।
एजाज ने आगे कहा कि नीतीश कुमार इस मामले में गुजरात सरकार से बात करके अभिलंब बिहारी मजदूरों की वापसी सुनिश्चित करें क्योंकि स्थिति और विकराल रूप से सामने आने वाली है क्योंकि गुजरात सरकार का रवैया बिहारियों के प्रति ठीक नहीं है ।
दूसरी ओर युवा जन अघिकार परिषद के प्रदेश प्रवक्ता रजनीश तिवारी ने कहा कि केंद्र सरकार अविलंब पूरे देश से मजदूरों को लाने के लिए ट्रेनों की संख्या बढ़ाए और सभी ट्रेनों को अपने स्तर से भाड़े का समायोजन करे क्योंकि कोई भी राज्य सरकार अपने भाड़े से मजदूरों को घर तक नहीं पहुंचाना चाहती है और मजदूरों के साथ जो भेदभाव की नीति चल रही है इसके खिलाफ युवा और छात्र इनके साथ हर स्तर पर खड़े रहेंगे ।

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